प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद में साबरमती नदी से मेहसाना जिले के धरोई बांध तक सी-प्लेन में सफर किया। यहां पहुंचकर उन्होंने अंबाजी में मां अंबा के दर्शन किये थे। यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में किसी सीप्लेन से सफर किया हो। बता दें कि भारत सरकार छोटे शहर और ग्रामीण इलाकों को आपस में जोड़ने के लिए सी प्लेन विकल्प ला रही है। ऐसे में चलिए आखिर क्या है इस सी-प्लेन की खासियतें।
25 करोड़ रूपए का है सी प्लेन
सी प्लेन विकल्प के तहत स्पाइस जेट जापान की सेतोची होल्डिंग्स के साथ मिलकर 10 और 12 सीटों के पानी और जमीन पर उतरने वाले प्लेन का ट्रायल कर रही हैं। हाल ही में मुंबई की गिरगांव चौपाटी पर सीप्लेन का ट्रायल किया था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एक सी प्लेन की कीमत करीब 4 मिलियन डॉलर यानि करीब 25 करोड़ रूपए है। स्पाइस जेट जापान से 100 सीप्लेन खरीदने वाला है।
339 किमी प्रति घंटा
इस सीप्लेन की ख़ास बात यह है कि ये प्लेन दो फीट पानी में तो लैंड कर ही सकता था। साथ ही खेत और रोड पर भी इसे आसनी से उतारा जा सकता है। Quest kodiak 100 मॉडल के इस प्लेन की टॉप स्पीड 339 किमी प्रति घंटा है। यह केवल 300 मीटर के रन वे टेक ऑफ़ ले सकता है।
भारत का सबसे पहला सी प्लेन अंडमान निकोबार आयलैंड में उड़ता है
इसका वजन 700 किलो है, जबकि इसकी क्षमता 1110 किलो तक है। बताया जा रहा है कि एक बार में इस प्लेन में 10 लोग सफर कर सकते हैं। भारत का सबसे पहला सी प्लेन ‘जल हंस’ अंडमान निकोबार आयलैंड के बीच उड़ता है। 2010 में प्रफुल पटेल ने सिविल एविएशन मंत्री रहते हुए इसे लॉन्च किया था।
सरकार उड़ान प्रोजेक्टके तहत शुरू करेगी कई योजना
मालूम हो कि सरकार उड़ान प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में 32 स्थानों पर सी प्लेन शुरू करने की योजना बना रही है. वहीं, दूसरे चरण में 80 स्थानों को इस योजना से जोड़ा जाएगा। माना जा रहा है कि इस योजना से लोग देश के कोने-कोने से जुड़ पाएंगे। फिलहाल मालदीव और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश अपने टूरिस्ट को सी प्लेन के जरिये सफ़र करने की सुविधा दे रहे हैं।…Next
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