सरकारी योजनाओं में लापरवाही के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। कभी कोई योजना निर्धारित समय पर पूरी नहीं होती, तो कभी उद्घाटन के तुरंत बाद ही कोई बड़ी खामी आ जाती है। इस बार लापरवाही की भेंट चढ़ा बिहार में करोड़ों की लागत से बना बांध, जो उद्घाटन से पहले ही टूट गया। मंगलवार (19 सितंबर) को हुई इस घटना के बाद से बिहार के सियासी गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जोरों पर चल रहा है। मगर क्या आपको पता है कि ऐसे मामले विदेशों में भी सामने आते रहते हैं। पड़ोसी देश पाकिस्तान के गुजरात में भी एक ऐसा ही हादसा हो चुका है। केन्या में भी इससे मिलती-जुलती घटना हो चुकी है। आइये आपको बताते हैं ऐसे चर्चित हादसों के बारे में।
बिहार के भागलपुर में टूटा बांध
बिहार में भागलपुर के कहलगांव में करोड़ों की लागत से बना बांध उद्घाटन से पहले ही टूट गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस पंप नहर योजना का बुधवार (20 सितंबर) को उद्घाटन करने वाले थे। बांध टूटने से कई इलाकों में गंगा का पानी घुस गया। इस बांध को गंगा पंप नहर योजना के तहत तैयार किया गया था। पूरे कहलगांव में बाढ़ सा नजारा हो गया। 40 साल बाद यह नहर परियोजना पूरी हुई थी। नहर कहलगांव के एनटीपीसी मुरकटिया के पास टूटी। बिहार और झारखंड की इस साझा परियोजना के जरिये भागलपुर में 18620 हेक्टेयर तथा झारखंड के गोड्डा जिले की 4038 हेक्टयर भूमि सिंचित करने की योजना है।
उद्घाटन से पहले गिर गया पुल
पाकिस्तान में झेलम के नजदीक गुजरात के घन स्टॉर्म वॉटर चैनल के ऊपर बन रहा पुल उद्घाटन के एक महीने पहले ढह गया था। मई 2016 में हुए इस हादसे में गनीमत यह रही कि इसमें किसी की जान नहीं गई। पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ इसका उद्घाटन करने वाले थे। हादसे के बाद आई रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि निर्माणकार्य में घटिया साम्रग्री के इस्तेमाल के कारण पुल गिरा। यह 330 मिलियन रुपये का प्रोजेक्ट था, जिसे शेख नजर एंड कंपनी बना रही थी।
राष्ट्रपति के दौरे के बाद गिर गया पुल
इसी तरह जून 2017 में केन्या में एक निर्माणाधीन पुल गिर गया था, जिसमें लगभग 27 मजदूर घायल हो गए थे। खास बात यह थी कि इस हादसे के करीब दो हफ्ते पहले ही केन्या के राष्ट्रपति उहूरू केन्यात्ता ने इसका दौरा किया था। पुल को चीन की कंपनी द्वारा बनाया जा रहा था, जिसकी लागत करीब 10 मिलियन डॉलर निर्धारित थी। हादसे के बाद माना जा रहा था कि चीन की कंपनियों की विश्वसनीयता पर सवाल उठेंगे। हालांकि, चीन की जो कंपनी पुल बनाने का काम कर रही थी, उसने एक बयान जारी करके कहा था कि हादसाग्रस्त हिस्से को फिर से ठीक कर दिया जाएगा, लेकिन इसकी लागत बढ़ेगी।
Read More:
बॉलीवुड में अब द ग्रेट खली पर बनेगी बायोपिक, ये अभिनेता निभाएगा किरदार!
डोसा, चाऊमीन और चॉकलेट… इन 8 मंदिरों में मिलते हैं ऐसे प्रसाद कि मुंह में आ जाए पानी
जिन गलियों को समाज बदनाम कहता है, वहां की मिट्टी से बनती है मां दुर्गा की प्रतिमा
Read Comments