‘रोबर्ट बड़ ड्वेयर’ पेंनसिल्वनिया राष्ट्रमंडल के एक पॉलिटिशियन थे. उन्होंने 1971 से 1981 तक पेंनसिल्वनिया स्टेट के एक सदस्य के रूप में काम किया और 1981 से 1986 तक यहाँ राज कोषाध्यक्ष के रूप में कार्यरत रहे . 22 जनवरी, 1987 को रोबर्ट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जिसमें बड़ी संख्या में जाने माने पत्रकारों ने शिरकत की.
इस कॉन्फ़्रेशन्स का सीधा प्रसारण राष्ट्रीय टेलीविजिन चैनल के द्वारा किया जा रहा था. वहाँ की जनता और विशेषज्ञ मान रहे थे कि रोबर्ट ने अपने पद से त्यागपत्र देने हेतु इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया है. लेकिन सच सबकी कल्पना के परे था , कॉन्फ्रेंस ठीक समय पर आरम्भ हुई जिसमें रोबर्ट ने प्रभावशाली आवाज़ में भाषण भी दिया. भाषण की समाप्ति पर रॉबर्ट ने एक लिफाफे से अपनी मैग्नम बन्दूक निकाली. इस प्रतिक्रिया ने वहाँ मौजूद पत्रकारों समेत सभी लोगों को चौका दिया.
“मैं ईमानदार हूँ“ यह कहते हुए बन्दूक की नली अपने मुँह में रखकर इसका ट्रिगर दबा दिया और आत्महत्या कर ली. कॉन्फ्रेंस हॉल का वातावरण ग़मगीन हो गया और एक जीता हुआ इंसान दुनियाँ की आँखों के सामने मर गया. आखिर रोबर्ट ने आत्महत्या का यह तरीका क्यों चुना? पेंनसिल्वनिया सरकार के लेखाजोखा विभाग में एक घपला हुआ जिसमें एक बहुत बड़ा कॉन्ट्रैक्ट कैलिफोर्निया की एक ‘कंप्यूटर टेक्नोलॉजी एसोसिएट’ को दे दिया गया.
Read: महज 12 साल की उम्र में अंग्रजो को दी थी मात, ये हैं भारत के सबसे छोटे क्रांतिकारी
2 करोड़ रुपये रिश्वत लेने का था आरोप
कुछ लोगों ने इस कॉन्ट्रैक्ट के एवज में भारी रिश्वत की आशंका जतायी और इसकी जाँच के लिए एक कमेटी बनायीं गयी. कुछ महीनों की छानबीन के बाद कमेटी ने रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि ‘जॉन तोरकुत्टो’ नाम के एक व्यक्ति ने यह कॉन्ट्रैक्ट जीतने के लिए रोबर्ट को 2 करोड़ रुपये रिश्वत बतौर दिए हैं. प्राकृतिक रूप से रोबर्ट ने इन सभी आरोपों को झूठा बताया और अपने पद से इस्तीफा देने से मना कर दिया.
23 दिसम्बर 1986 में रोबर्ट को धोखाधड़ी, रिश्वत, और जालसाजी के आरोपों के आधार पर दोषी पाया गया, जिसके लिए रोबर्ट को अगले 55 साल तक कारावास की सजा सुनायी गयी. रोबर्ट ने अपनी सजा में कमी करने के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति को याचिका पत्र लिखा, लेकिन राष्ट्रपति ने उसको खारिज कर दिया और कोर्ट के फैसले को मान्यता मिली. सजा होने से एक दिन पहले रोबर्ट ने खुद आयोजित की हुई कॉन्फ्रेंस में सरे आम सबके सामने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली…Next
Read More:
सीडी कांड से बाहर आया इन राजनेताओं का असली चेहरा, गंवानी पड़ी थी कुर्सी
जानें प्रधानमंत्री मोदी की निजी संपत्ति, कहीं आप इनसे ज्यादा दौलतमंद तो नहीं?
जनता को बाढ़ से बचाने की बजाय पहले मुझे बचाओं, देखें और तस्वीरें
Read Comments