आंध्र प्रदेश के नेल्लोर निवासी सुनिल कुमार दिल्ली के चुनाव में हाथ आजमा रहे हैं. भाजपा नेता और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू के गांव से नाता रखने वाले सुनिल ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव में दो-दो हाथ करने का मन बना लिया है.
दिल्ली के इस चुनाव में सुनिल अपने कैंपेन में तेलगु और दक्षिण भारत से संबंधित मुद्दा उठा रहे हैं. आपको बता दें अकेले नई दिल्ली विधानसभा सीट पर 12 हजार तेलगु मतदाता हैं और सुनिल को उम्मीद है कि वह इन मतदाताओं को रिझाने में कामयाम होंगे.
इन कारणों की वजह से फिर सत्ता में आ सकते हैं अरविंद केजरीवाल
दिल्ली में अपनी पहचान को लेकर सुनिल कहते हैं – 15 साल पहले दिल्ली के आंध्र प्रदेश भवन में जब पिता जी की नौकरी लगी तब सब परिवार नेल्लोर से दिल्ली आ गए. सुनिल कहते हैं कि वह टिकट के लिए बीजेपी, कांग्रेस तथा आप के पास गए लेकिन उन्होंने टिकट देने से मना कर दिया. सुनिल उन तीन उम्मीदवारों में से एक हैं जो बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
वैसे नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल का सामना केवल इन निर्दलीय उम्मीदवारों से नहीं है बल्कि इस सीट पर 13 उम्मीदवार और हैं जो उनकी जीत में बाधा बन सकते हैं. जिसमें कांग्रेस की किरण वालिया, भाजपा की नुपूर शर्मा, एनसीपी के रवि कुमार और बीएसपी से राकेश कुमार.
इसके अलावा कुछ ऐसी राजनीति पार्टियां भी हैं जिनके उम्मीदवार नई दिल्ली से अपनी दावेदारी पेश करेंगे उनमें गरीब आदमी पार्टी, अखिल भारत हिंदु महासभा, नया दौर पार्टी, युवा शक्ति पार्टी आदि शामिल है. वैसे कहा यह भी जा रहा है कि ये सभी पार्टियां केजरीवाल की जीत को असफल बनाने के लिए खड़ी की गई है. अब यह भाजपा ने खड़ी की है या कांग्रेस ने यह कहना मुश्किल है….Next
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