विश्वास एक ऐसा शब्द है जिसकी बदौतल एक आम व्यापारी अंतरराष्ट्रीय स्तर का कारोबारी बन जाता है. इस एक शब्द के जरिए मामूली सा नौकरी करना वाला व्यक्ति संत बनकर लोगों के दुख दूर करने लगता है. लेकिन जब इसी विश्वास पर कुछ लोगों को गरूर होने लगता है तो उनके लिए असफलता की उलटी गिनती शुरू हो जाती है.
नीचे कुछ ऐसे शख्सियतों के नाम है जिन्होंने जनता के भरोसे की बदौलत अपनी जिंदगी में सफलता तो पाई लेकिन जल्द ही लोगों में उनके प्रति विश्वास भी टूटा.
सुब्रतो रॉय: भारत के एक व्यवसायी तथा सहारा इण्डिया परिवार के संस्थापक सुब्रतो रॉय बिजनेस में एक ऐसा जाना माना नाम जिसने बहुत ही कम वक्त में सफलता की उंचाई को छुआ. ‘सहारा श्री’ के नाम से मशहूर सुब्रतो रॉय पर निवेशकों का धन लूटने का आरोप है. उन्हें इसी साल फरवरी में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तार किया गया था. सुब्रतो तब से जेल में ही बंद हैं और कोर्ट से लगातार रिहाई के लिए गुहार लगा रहे हैं.
‘सहारा श्री’: जीरो से हीरो बनने तक का सफर
रामपाल: भारत में ऐसे बहुत से संत और बाबा हुए हैं जिन्होंने जनता का सहारा लेकर अपने आपराधिक काम को अंजाम दिया है. उन्ही में एक हैं बाबा रामपाल जिसने अपने ही समर्थकों का ढाल बनाकर कई दिनों तक पुलिस प्रशासन को चकमा दिया. 63 साल का यह ठगी बाबा पिछले कई सालों से मासूम जनता को बहकाकर उनसे गलत काम करवाता था. यही नहीं, रामपाल अपने आश्रम में कई महिलाओं और बच्चों को कैद करके रखता था. आज बाबा रामपाल अपने बुरे कामों की वजह से जेल की सलाखों है.
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जे.जयललिता:तमिल की मशहूर अभिनेत्री और तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता इस समय जमानत पर चल रही हैं. उनके उपर आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप है. करोड़ों लोगों ने उनपर विश्वास करके राज्य का सर्वेसर्वा बनाया था लेकिन जयललिता ने जनता की गाढ़ी कमाई को अपनी संपत्ति बनाकर उनके विश्वास को तोड़ा है.
एन. श्रीनिवासन: जो खेल हिंदुस्तानियों के दिल में हमेशा धड़कता है उसी खेल के अध्यक्ष पद पर बैठे एन. श्रीनिवासन ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया है. श्रीनिवासन ने क्रिकेट खेल की बदौलत अपनी निजी कंपनी और दामाद को फायदा पहुंचाया है. उनकी लापरवाहियों के चलते आज भारतीय क्रिकेट स्पॉट फिक्सिंग की वजह से बदनाम है. इसी साल सुप्रीम कोर्ट के आदेश के चलते श्रीनिवासन को बीसीसीआई के अध्यक्ष पद से दूर रखा गया है……Next
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